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करनाल: जिला पुलिस द्वारा माह अक्टूबर को विशेष तौर पर Cyber Crime जागरूकता माह के तौर पर मनाया जा रहा है। इस माह में करनाल पुलिस का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोगों को साइबर अपराधों के बारे में जरूरी जानकारियां देकर उनके साथ घटित होने वाले साइबर अपराध से बचाया जाए। इसी क्रम में आज प्रदीप कुमार की अध्यक्षता में करनाल पुलिस की साइबर सेल टीम द्वारा पंडित चिरंजी लाल शर्मा राजकीय कॉलेज सेक्टर 14 करनाल में साइबर जागरूकता कैंप लगाकर कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को साइबर अपराधों के प्रति महत्वपूर्ण जानकारियां देकर जागरूक किया गया। इस कैंप में करीब 170 विद्यार्थियों व अध्यापकों ने हिस्सा लिया।
Cyber Crime के बारे में विद्यार्थियों को निम्नलिखित जानकारी दी गई
- साइबर अपराध Cyber Crime क्या है?– कंप्यूटर, नेटवर्क डिवाइस या नेटवर्क का उपयोग कर की जाने वाली आपराधिक गतिविधियां। यह अपराध व्यक्तियों व हैकर्स द्वारा ही नहीं बल्कि संगठनों द्वारा भी किया जाता है।
- साइबर अपराधियों द्वारा साइबर अपराध करने का उद्देश्य– साइबर अपराधी ज्यादातर साइबर क्राइम अपने वित्तीय फायदे के लिए करते हैं।
- साइबर बुलिंग क्या है?- साइबर अपराधियों द्वारा किसी व्यक्ति को परेशान करने, डराने और धमकाने के लिए सोशल नेटवर्क का सहारा लेना ही साइबर बुलिंग है।
- साइबर एक्सटॉर्शन क्या है?– साइबर अपराधियों द्वारा किसी व्यक्ति के सिस्टम तक पहुंच कर उसके डॉक्यूमेंट और फाइलों को इंक्रिप्ट कर उससे पैसे की डिमांड करना।
- आईडेंटिटी थेफ्ट– जब कोई साइबर अपराधी धोखाधड़ी करने के लिए आपकी निजी जानकारी चोरी करता है। उस निजी जानकारी का प्रयोग अनाधिकृत लेनदेन व खरीदारी करने के लिए करता है।
साइबर अपराध Cyber Crime से बचाव हेतु बरती जाने वाली सावधानियां
- वेबसाइट पर कोई भी जानकारी खोजते समय किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक ना करें।
- पासवर्ड/क्रेडेंशियल दर्ज करने से पहले सुनिश्चित करें कि वेबसाइट सुरक्षित है।
- संदिग्ध ईमेल को फ्लैग करें और रिपोर्ट करें।
- कभी भी आकर्षित विज्ञापनों वाले लिंक पर क्लिक ना करें।
- अपने डिवाइस के पासवर्ड हमेशा मजबूत रखें और समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें।
- किसी अनजान नंबर से आई कॉल को रिसीव ना करें। खासकर रात के समय तो ऐसी कॉल रिसीव ना करें।
- किसी भी अज्ञात व्यक्ति के साथ अपनी निजी जानकारियां सांझा ना करें।
- हमेशा अपने डिवाइस को अपडेट रखें और एंटीवायरस/एप्लीकेशन सिस्टम को भी अपडेट रखें।
- सार्वजनिक स्थलों पर ओपन वाईफाई का कभी भी प्रयोग ना करें।
- साइबर अपराध होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।
साइबर अपराध होने पर शिकायत कहां करें
- सबसे पहले राष्ट्रीय साइबर अपराध के हेल्पलाइन नंबर 1930 व डायल 112 नंबर पर फोन करके आपके साथ हुए साइबर अपराध के बारे में पूरी जानकारी दें।
- राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- जिले में स्थापित किए गए साइबर अपराध थाना में अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- जिले के सभी थानों में स्थापित किए गए साइबर डेस्क पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।